कई बेहतरीन कलाकारों को भारी मन से अलविदा भी किया और उनके खोने के दर्द को हम सभी ने महसूस किया हैं।
हम अपने जीवन में आने वाले छोटे बड़े समस्याओं का सामना करते हैं और आने वाले समय से बेहतर का उम्मीद भी करते हैं।
Happy New Year 2021 Wishes and Messages
चलो विदा करूँ तुम्हे आज !!
जैसे कि तुम ख़त्म हुए...
कभी कोई तारीख़ बन कर ,
कभी कोई त्योहार बनकर..
अब रहना मेरी यादों में
एक अद्भुत से शृंगार बनकर !
मै नवल कोपल बन इतराउंगी..
तुम मिट रहे एक पहचान बनकर !!
अलविदा वर्ष 2020 @nalini uddagam
जब भी कोई नया वर्ष शुरू होता है ,तो हम सभी के मन में एक नयी उल्लास पैदा हो जाती है। सब एक नये जोश और जुनून से इसका स्वागत करने मे लग जाते हैं। कुछ लोग नये संकल्प ले बैठतें है तो कुछ अपना नया लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं।
अपने उम्मीदों और जोश को बल देने के लिए हम नए वर्ष क आगमन को पूरे खुशियों से सराबोर कर नए दिनों की शुरुवात करते हैं। जैसे की अगर हम दिन कीशुरुवात एक मुस्कराहट के साथ ही करना चाहते है वैसे ही वर्ष की शुरुवात भी उमंगो से भरपूर हो कर करते हैं।
यथार्थ की बात की जाए तो हर 1 जनवरी को सिर्फ नया महीना ही शुरू होता है । हम सभी रोजमर्रा की तरह सुबह अपने काम पर लग जाते हैं । लेकिन आज जो बर्ष 2020 बीत जाने वाला है ,यह अब तक की यादों का सबसे दुखद रहा।
क्या था ये वर्ष जो हम सब के जिन्दगी का हिस्सा बना ?
मुझे तो ये एक फ़ेरीवाला लगा. जिससे 365 दिन की कीमत चुका कर सबने बहुत कुछ खरीदा , हो सकता है कि हममें से कोई ठगा भी गया होगा । बहुत से लोगो ने अपने सगे संबंधियों को खो दिया।
कुछ को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा। वर्ष 2020 ऐसा साल रहा कि जब बच्चे स्कूलों के दरवाजे तक न जा सकें , बचपन के उन अनमोल पलो को घरो के चार दीवारी में अकेलेपन में काट लिया।
यही नहीं , न तो मंदिरों की घण्टियाँ बजी न लोग नमाज़ अदा कर सके।कई लोग अपने जीवन में ऊचाइयों पर न जा के स्थिरता को प्राप्त रहे या कुछ वर्ष पीछे ही चले गए। एक ठहराव सी रही ज़िन्दगी में।
फ़िर भी मैं यही कहूंगी दोस्तों जो भी हो इससे शिकायत न हो, अभी अभी जो हमें ठग के चला गया ये वापिस फिर कभी नही आयेगा। अब वर्ष 2021 में जो भी आएगा हम सभी उसका पूरे जोश, उल्लास एवं ज़ुनून के साथ स्वागत करेंगे।
काश कि हम इसके दिए सारे ग़म इसे वापस कर पाते तो हम सभी अपने सारे ग़म देकर इससे विदा लेते क्यों कि था तो ये 2020 इक फ़ेरीवाला ! चला तो गया हमें ठग के किन्तु एक बार जाने के बाद वापिस कभी नहीं आयेगा।
अंत मे मैं यही कहूंगी कि "जीवन की सम्पूर्णता फ़ूलॊ के जैसे बने रहने में ही है ! जैसे सुबह से शाम तक की जिन्दगी में ये फूल खुश रहते हैं वैसे ही हमें भी हर दिन के लिये खुश रहना होगा न सिर्फ अपने लिये बल्कि हमारे अपनों के लिये भी ! तभी हम किसी भी परिस्थितियों में अपने लिए और अपनों के लिए कोई भी खुशी खरीद पाएंगे।"
2020 के आखिरी ढलते सूरज को अलविदा !!! तू ढल जा !!!
आने वाला कल एक नया सूरज आयेगा..जो अपने तेज से तुम्हारे हर अँधेरे को ढकेगा.!!!
@nalini uddagam
नए वर्ष के उत्साह को मानाने का एक और मात्र एक उद्देश्य होना चाहिए। पुराने दुःखो को भूल जाये और नए
उम्मीदों को पूरा करने के लिए दृढ़ निश्चय हो कर आगे बढ़ना। एक नए उमंग एवं उत्साह के साथ जीवन को बेहतर एवं सफल बनाने कोशिश की जाए। साथ ही महामारी से बचने के लिए सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय से आने वाले दिशा निर्देशों का उचित रूप से पालन करना चाहये। उचित दूरी एवं मास्क का उपयोग अवश्य करना चाहये।
0 टिप्पणियां
Please share your views